स्किन पर झुर्रियां होने से उम्र झलकने लगती है। हम सभी चाहते हैं कि हमारी स्किन जवां और सुंदर बनी रहे और झुर्रियां न पड़ें। इसके लिए हम कई तरह के प्रयास करते हैं। बाहर से स्किन को उबटन या मेकअप की मदद से निखारा जा सकता है, लेकिन अगर त्वचा अंदर से स्वस्थ नहीं है तो कितना भी अच्छा मेकअप हो, खूबसूरती टिक नहीं पाती।
झुर्रियों के कारण
स्किन पर झुर्रियां पड़ने के कुछ बाहरी और कुछ अंदरूनी कारण होते हैं। बाहरी कारणों में टेंशन, गलत रहन-सहन, गलत खान-पान, फास्ट फूड, चाय, कॉफी, शराब, धूम्रपान, प्रदूषण और शारीरिक गतिविधि की कमी शामिल हैं। ये सभी कारण त्वचा में समय से पहले झुर्रियां आने का कारण बनते हैं।
अंदरूनी कारणों में पोषक आहार की कमी प्रमुख है। इसकी वजह से शरीर में कोलेजन नामक प्रोटीन की कमी हो जाती है, जिससे झुर्रियां बनती हैं। हमारी त्वचा का स्वस्थ रहना और जवां बने रहना हमारे द्वारा लिए गए पोषक तत्वों पर निर्भर करता है। सही भोजन से मिलने वाले तत्व कोलेजन निर्माण में मदद करते हैं, जिससे त्वचा चिकनी, लचीली और सुंदर बनी रहती है।
स्किन पर झुर्रियों से बचने के लिए महत्वपूर्ण आहार
यह सवाल अक्सर उठता है कि स्किन को झुर्रियों से बचाने के लिए क्या खाया जाए। रोजमर्रा के आहार से ही शरीर को आवश्यक पोषक तत्व मिल सकते हैं। नीचे कुछ ऐसे प्रमुख आहार दिए गए हैं जो त्वचा को जवां बनाए रखने में मदद करते हैं:
पत्ता गोभी
कोलेजन निर्माण के लिए पत्ता गोभी एक महत्वपूर्ण सब्जी है। इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइटोन्यूट्रिएंट्स जैसे ल्यूटेनीन त्वचा को फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और इसे मुलायम व स्निग्ध बनाए रखते हैं। पत्ता गोभी में विटामिन A, B, C, E, फाइबर, फोलेट, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ाते हैं।
सोया उत्पाद
सोयाबीन से बने उत्पाद जैसे सोया दूध और टोफू झुर्रियां और लकीरें मिटाने में प्रभावी हैं। इसमें मौजूद जेनिस्टीन नामक तत्व कोलेजन निर्माण में सहायक होते हैं, जिससे स्किन लचीली और चमकदार बनती है। सोया में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स को रोककर कोशिकाओं की रक्षा करते हैं और स्किन को टाइट बनाते हैं।
लाल रंग के फल और सब्जियां
लाल या गुलाबी रंग के फल जैसे सेब, अनार, तरबूज, चेरी, स्ट्रॉबेरी तथा सब्जियां जैसे टमाटर, गाजर, चुकंदर, लाल पत्ता गोभी आदि में लाइकोपीन और अन्य एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कोलेजन निर्माण को बढ़ाते हैं। ये सूरज की किरणों से होने वाले नुकसान से बचाते हैं और त्वचा की चमक बनाए रखते हैं।
फलियां
सेम फली, ग्वार फली, फ्रेंच बीन्स आदि में जिंक और हायालुरोनिक एसिड पाया जाता है जो स्किन में नमी बनाए रखते हैं। इससे त्वचा में रूखापन नहीं आता और झुर्रियों से बचाव होता है।
गाजर
गाजर विटामिन A का अच्छा स्रोत है जो कोलेजन को टूटने से बचाता है। यह स्किन को मजबूत बनाता है और रक्त प्रवाह में सुधार करता है जिससे त्वचा को पर्याप्त पोषण मिलता है। गाजर का सेवन मेलेनिन को कम करता है जिससे त्वचा गोरी और निखरी रहती है।
नींबू और संतरा जैसे सिट्रस फल
विटामिन C युक्त फल त्वचा के लिए अत्यंत लाभदायक होते हैं। नींबू, संतरा, मोसंबी, अंगूर, पपीता और अमरूद जैसे फलों में विटामिन C भरपूर मात्रा में होता है जो स्किन को चमकदार बनाता है। आंवला तो विटामिन C का भंडार है जो त्वचा को जवान और स्वस्थ रखता है।
विटामिन C एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और त्वचा को कैंसर जैसे गंभीर रोगों से बचाता है। साथ ही सनबर्न के कारण काली हुई त्वचा को भी प्राकृतिक रूप से निखारता है। अधिक जानकारी के लिए यहाँ क्लिक करें।
