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शहद या मधु को सभी पहचानते है। शहद का उपयोग करने के लिए शहद के फायदे और शहद के घरेलु नुस्खे जानना बहुत जरुरी है। यहाँ जानिये शहद के बारे में और फायदा उठाइए प्रकृति के इस अनमोल तोहफे का। फूलों में नेक्टर नाम का एक मीठा द्रव बनता है जो बहुत पोष्टिक होता है। मधुमक्खियाँ इस नेक्टर को चूस कर उसे Regurgitation नामक प्रक्रिया से शहद में परिवर्तित कर देती है। इसे वे छत्ते पर बने छेदों में इकठ्ठा कर लेती है। ये शहद उनके लार्वा के लिए और संकट के समय और उनके खुद के लिए खाने में काम आता है। मधु को छत्ते में रखकर मधुमक्खी इसे मोम से ढक देती है। मधु कई सालों तक ख़राब नहीं होता। शहद की ये एक अलग ही विशेषता है।

शहद के गुण और पोषक तत्व

शहद में कॉपर, कैलशियम, मैगनीज, पोटेशियम, फास्फोरस, मैग्नेशियम, सोडियम और जिंक आदि खनिज तत्व होते है। इससे कई प्रकार के विटामिन भी मिलते है। शहद एक्सरसाइज करने वालों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। ये रक्त में शर्करा की मात्रा को बैलेंस रखता है। मांसपेशियों की शक्ति पुनः लौटाता है और तुरंत ऊर्जा प्रदान करता है।

शहद के औषधीय गुण

शहद में एंटीमाइक्रोबिअल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं, जिसके कारण कई दवाओं में इसका उपयोग होता है। घाव भरने में शहद बहुत लाभकारी सिद्ध हो सकता है।

शहद सिर्फ मीठा और स्वादिष्ट ही नहीं होता, इसमें बहुत से औषधीय गुण होते हैं। मधु की सबसे अच्छी विशेषता ये है कि इसका उपयोग करना बहुत सरल होता है।

शहद कब और कैसे नहीं खाना चाहिए

  • एक साल से छोटे बच्चों को शहद नहीं खिलाना चाहिए। इससे उन्हें बोटुलिस्म नामक बीमारी हो सकती है।
  • जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो उन्हें इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
  • शहद और घी को कभी भी समान मात्रा में नहीं मिलाना चाहिए।
  • शहद को गर्म करके उपयोग में नहीं लेना चाहिए।
  • यदि आप ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल आदि की दवा ले रहे हैं या अधिक मोटापे से ग्रस्त हैं, तो शहद का उपयोग सीमित मात्रा में करें।
  • अधिक मात्रा में मधु का उपयोग हानिकारक हो सकता है, अतः बहुत अधिक मात्रा में इसे नहीं लेना चाहिए।
  • शहद की तासीर गर्म होती है, अतः गर्मी के मौसम में कम मात्रा में ही लें।

शहद के घरेलु उपयोग

  • माइग्रेन के सिर दर्द में जिस तरफ दर्द हो रहा है, उसके दूसरी तरफ के नथुने में शहद की एक बूँद डालने से आराम मिलता है। कुछ समय लगातार भोजन के साथ दो चम्मच मधु खाने से आधासीसी या माइग्रेन का सिरदर्द मिट जाता है।
  • दो चम्मच शहद और दो चम्मच प्याज का रस रोजाना कुछ दिन लेने से फेफड़ों के रोग और दमा में बहुत लाभ होता है। इस प्रयोग से खांसी, गले की खराश और कफ के कारण सांस लेने में दिक्कत भी ठीक होती है।
  • दिन भर काम करने के बाद जब थककर चूर हो जाते हैं तो एक गिलास पानी में दो चम्मच मधु घोलकर पीने से सारी थकान मिट जाती है।
  • यदि मुंह सूखा रहता हो या प्यास अधिक लगती हो तो एक चम्मच मधु मुंह में भर लें। दस मिनट रखकर थूक दें और कुल्ली कर लें। इससे मुंह का सूखापन दूर हो जायेगा।
  • दो चम्मच शहद और एक चम्मच नागकेसर मिलाकर सुबह शाम लेने से पित्ती का बार-बार निकलना बंद हो जाता है।
  • सर्दी, खांसी और हल्का बुखार होने पर एक चम्मच शहद में दो चुटकी पिसी हुई पीपल मिलाकर सुबह शाम लेने से आराम आ जाता है।
  • त्वचा पर दाग धब्बे होने पर तथा चेहरे पर झाइयाँ या झुर्रियाँ होने पर एक चम्मच शहद में चौथाई चम्मच नींबू का रस मिलाकर लगा लें। आधे घंटे बाद धो लें। तीन सप्ताह तक ये प्रयोग करने पर दाग मिट जाते हैं और झाइयाँ ठीक हो जाती हैं।
  • एक चम्मच शहद और एक चम्मच प्याज का रस मिलाकर चाटने से हिचकी आना बंद हो जाती है।
  • चार चम्मच मधु और एक चम्मच पिघला हुआ पीला मोम मिलाकर मलहम बना लें। किसी भी घाव पर इस मलहम को लगाने से जल्द आराम आ जाता है।
  • सुबह खाली पेट गुनगुने पानी में एक चम्मच मधु और एक चम्मच नींबू का रस मिलाकर पीने से मोटापा कम होता है।
  • आधा चम्मच अदरक का रस और एक चम्मच मधु मिलाकर चाटने से खांसी ठीक हो जाती है।
  • सुबह और रात को सोते समय एक गिलास पानी में मधु मिलाकर पीने से कब्ज में आराम मिलता है।
  • दालचीनी को बारीक पीस कर शहद में मिला लें। तम्बाकू की तलब लगने पर इसे चाटने से तलब शांत हो जाती है और तम्बाकू छोड़ने में मदद मिलती है।
  • सिर में गंजापन हो या आईब्रो में बाल कम हों तो शहद और प्याज का रस मिलाकर कुछ दिन लगाने से बाल घने हो जाते हैं। बाल गिरना कम हो जाता है।
  • जलने से त्वचा पर बने सफ़ेद धब्बे पर शहद लगाकर लगातार पट्टी करने से इस तरह के दाग मिट जाते हैं।
  • किसी कारण से गला बैठ गया हो तो गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर गरारे करने से ठीक हो जाता है।
  • पीलिया होने पर दिन में तीन बार एक गिलास पानी में एक चम्मच शहद मिलाकर पीने से फायदा होता है। इसे छाछ के साथ भी ले सकते हैं।
  • दो चम्मच दही में एक चम्मच शहद मिलाकर लेने से पेट के कीड़े मल के साथ बाहर निकल जाते हैं।
  • शहद के उपयोग से पेट के अल्सर में बहुत आराम मिलता है।

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