index

गुड़ खाना हमारी परम्परा का एक अंग

गुड़ खाना हमारी परम्परा का एक अंग है। इसमें एक अलग ही तरह की खुशबू और मिठास होती है। इसका सुनहरा पीला रंग और इसकी मिठास के कारण शादी जैसे शुभ कार्यों में गुड़ के लेन-देन की प्रथा का बहुत चलन है। गन्ने के रस को उबाल कर गुड़ बनाया जाता है। इसकी तासीर गर्म होती है अतः सर्दी के मौसम में इसका उपयोग विशेष लाभदायक होता है। सर्दी के मौसम में ही ताजा गुड़ बाजार में आता है। सर्दियों में इससे कई प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं। जनवरी में मकर संक्रांति पर तिल और गुड़ से मिठाई बना कर एक दूसरे को दी जाती है। यह मिठाई सभी को बहुत पसंद आती है। थोड़ी मात्रा में गुड़ वर्ष भर खाया जा सकता है। गुड़ में प्रोटीन, फैट, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और मैंगनीज होते हैं। इसके अलावा कुछ मात्रा में विटामिन B, कैल्शियम, जिंक, फास्फोरस तथा कॉपर भी होते हैं।

गुड़ में लगभग 70% सुक्रोस होता है, 10% के लगभग ग्लूकोस व फ्रुक्टोस तथा 5% खनिज लवण होते हैं। इसके अतिरिक्त गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट जैसे ज़िंक और सेलेनियम आदि भी पाए जाते हैं।

गुड़ में शक्कर की अपेक्षा अधिक पोषक तत्व होते हैं क्योंकि शक्कर बनाते वक्त उसमें सल्फर डायऑक्साइड, फॉस्फोरिक एसिड, फॉर्मिक एसिड तथा ब्लीचिंग पाउडर आदि डाले जाते हैं।

इससे गन्ने के रस में मौजूद सारे पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। इसमें सिर्फ कैलोरी बचती है अतः मिठास के लिए शक्कर के बजाय गुड़ का उपयोग किया जाना फायदेमंद होता है।

आयुर्वेद की दृष्टि से पुराना गुड़ औषधि के लिए अधिक लाभदायक माना जाता है। गुड़ को बारह घंटे धूप में रखने पर यह पुराने गुड़ जितना ही लाभदायक हो जाता है।

गुड़ खाने के फायदे

  • गुड़ शरीर से हानिकारक टॉक्सिन निकाल कर लीवर की मदद करता है। गुड़ का थोड़ी मात्रा में नियमित उपयोग खून को साफ करता है और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
  • यह फेफड़े, श्वास नली, आंतें और भोजन नली को साफ रखने में मददगार होता है। अतः अधिक प्रदूषण वाली जगह काम करने वाले लोगों को गुड़ के उपयोग की सलाह दी जाती है।
  • गुड़ पाचक रस का स्राव बढ़ाकर पाचन में मदद करता है, इसके कारण पेट अच्छे से साफ होता है और कब्ज को दूर करता है। यह शरीर को गर्म रखता है। गुड़ खाने से प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। अतः यह सर्दी-जुकाम से बचाता है।
  • शारीरिक थकान मिटाने में गुड़ बहुत उपयोगी साबित होता है। अधिक शारीरिक श्रम करने वाले या अधिक भाग-दौड़ वाले खेल जैसे हॉकी, फुटबॉल आदि खेलने वालों को गुड़ अवश्य खाना चाहिए। इससे भरपूर ऊर्जा भी मिलती है तथा मांसपेशियों की चोट आदि में भी आराम आता है।

गुड़ से घरेलू उपचार

  • शुद्ध घी के साथ गुड़ खाने से रक्त विकार तथा रक्तपित्त दूर होते हैं।
  • प्रसूता (नवजात शिशु की माँ) को गुड़ और अजवाइन दिए जाते हैं। इससे कमर दर्द ठीक होता है, गर्भाशय शुद्ध होता है, कमजोरी मिटती है और भूख खुल जाती है।
  • गुड़ के साथ चिरोंजी, बादाम, मुनक्का, छुहारा और घी मिलाकर लड्डू बनाकर खाने से भी प्रसूता को बहुत लाभ होता है।
  • गर्म दूध में गुड़ मिलाकर पीने से पेशाब साफ और खुलकर आता है। पेशाब की रुकावट दूर होती है।
  • सुबह बासी मुंह मूली के पत्ते और गुड़ साथ में खाने से पीलिया जल्दी ठीक होता है।
  • कांटा चुभने पर गुड़ और प्याज को पीसकर लेप बनाकर लगाने और पट्टी बांधने से कांटा अपने आप निकल जाता है।
  • एक चम्मच गुड़ और एक चम्मच सरसों का तेल खरल में अच्छे से घोंट कर रोज सुबह नियमित महीने भर लेने से दमा ठीक होता है।
  • एक चम्मच पुराना गुड़ और एक चम्मच आंवले का चूर्ण मिलाकर नियमित कुछ दिन लेने से वीर्य गाढ़ा और पुष्ट होता है तथा वीर्य की दुर्बलता नष्ट होती है।
  • संभोग के बाद पति-पत्नी को एक छोटा टुकड़ा गुड़ खाकर पानी पीना चाहिए। इससे यौन संबंध बनाने में खर्च हुई ऊर्जा के कारण हुई थकान तुरंत मिट जाती है। थकान मिटने से यौन आनंद और बढ़ जाता है।
  • सर्दी के मौसम में गुड़ और काले तिल के लड्डू खाने से सर्दी, जुकाम, खांसी, दमा आदि से बचाव होता है।
  • खाना खाने के बाद गुड़ खाने से पेट में गैस नहीं बनती है।
  • नियमित रूप से गुड़ खाने से याददाश्त सही रहती है और दिमाग को ताकत मिलती है।
  • गुड़ और घी मिलाकर खाने से कान के दर्द में आराम मिलता है।
  • गुड़ के सेवन से भूख खुलकर लगने लगती है।
  • यह आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है।
  • चाय में चीनी की जगह गुड़ डालने से यह फायदेमंद हो जाती है।
  • गुड़ और काला नमक मिलाकर चाटने से खट्टी डकार आना बंद हो जाती है।
  • महिलाओं को माहवारी के समय होने वाले दर्द में गुड़ खाने से आराम मिलता है।
  • गुड़ खाने से खून साफ होता है। इससे मुहासों में आराम आता है तथा चेहरे पर निखार आता है।
  • सर्दी में जोड़ों का दर्द यदि बढ़ जाता है तो गुड़ के साथ अदरक खाने से बहुत आराम मिलता है।
  • पके हुए चावल के साथ गुड़ खाने से आवाज खुलती है और गला बैठ गया हो तो उसमें भी आराम मिलता है।
  • गुड़ खाने से शरीर में जरूरत से ज्यादा पानी नहीं टिकता, जिससे वजन कम करने में मदद मिलती है।

अधिक जानकारी के लिए https://kamdhenulaboratories.com/ पर जाएं।