कामधेनु अविपत्तिकार चूर्ण एक आयुर्वेदिक उत्पाद हैं , आयुर्वेद में अविपत्तिकार चूर्ण को बेहद फायदेमंद बताया गया है, आयुर्वेद में इस चूर्ण का उपयोग कई रोगो को दूर करने के लिए किया जाता हैं ,तो आइये जानते हैं इसके बारे में -
कामधेनु अविपत्तिकार चूर्ण के घटक-
कामधेनु अविपत्तिकार चूर्ण को सौंठ, मिर्च, पीपल, आवंला, हर्रे, बहेडा, मोथा, विडनमक, वायविडंग, इलायची, तेजपत्र, प्रत्येक 1, लौंग 11, निसोत 44, खांड 66, आदि से मिलाकर विधिपूर्वक बनाया जाता हैं।
कामधेनु अविपत्तिकार चूर्ण के फायदे और प्रयोग करने का तरीका -
कामधेनु अविपत्तिकार चूर्ण इसके सेवन से अम्लपित (पेट में एसिड का बढ़ता स्तर ), मलबन्ध, मूत्रबन्धता, प्रमेह (यौन संचारित बीमारी), अर्श आदि रोग नष्ठ होते है, एंव इसके निरन्तर सेवन से गुल्मरोग(गाँठ के आकार में नस के सूज जाने का एक रोग) भी नष्ठ होता हैं! यह औषधि अपच ,कब्ज, पेट दर्द ,गैस इत्यादि समस्याओं में उपयोगी है, अविपत्तिकार चूर्ण पेट की कई बीमारियों को दूर करती है। कब्ज से लेकर पेट के अल्सर और एसिडिटी तक सभी समस्याओं को दूर कर राहत प्रदान करती है।
कामधेनु अविपत्तिकार चूर्ण को 6 ग्राम से 12 ग्राम पानी से दिन में तीन बार सेवन करे ।
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