ख़राब पाचन शक्ति को ठीक करने के घरेलु उपाय

आजकल लोग खाना खाने के बाद असहज महसूस करते हैं? इसका कारण बदहजमी हो सकता है. पाचन संबंधी समस्याएं आम हो सकती हैं, लेकिन वे सामान्यन हीं हैं. हम आमतौर पर पाचन विकारों के बारे में बात करने से बचते हैं और इससे जुड़ी समस्याओं के लिए शायद ही कोई मदद लेते हैं. लेकिन इन्‍हें नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. सबसेआम समस्याएं जो पाचनतंत्र से जुड़ी होती हैं, वेहैंदस्त, कब्ज, इर्रिटेबलबाउलसिंड्रोम, सूजनआंत्ररोग, पेटमेंऐंठन, गैस. खराबडाइजेशनसिस्‍टमकेमुख्यकारणखानेकीगलतआदतें, कोई शारीरिक गतिविधिन होना, खाने से एलर्जी, दवाया इंफेक्‍शन हो सकता है. हालांकि, कुछ घरेलू उपचार आपके पाचन को स्वाभाविक रूप से बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं.

ख़राब पाचन शक्ति को ठीक करने के घरेलु उपाय

खाने को सही तरीके से चबाएं: अच्छे पाचन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्साआपके भोजन को चबाना होता है. जब आप अपने भोजन को अच्छी तरह से चबाते हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र के काम को आसान बनाताहै, इसलिए आप का शरीर अन्य कार्यों पर ध्यान केंद्रित कर पाता है. खाने के लिए प्रयाप्त समय निकालें. अपने भोजन को ठीक से और धीरे-धीरे चबाएं. भोजन खत्म करने की जल्दी में नरहेंक्योंकि इससे बदहजमी हो सकती है.

फाइबर युक् डाइट: फाइबर पाचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. दोनों ही प्रकार के फाइबर, घुलनशील और अघुलनशील फाइबर को उपयोग में लाना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये दोनों आपके पाचन तंत्र को विभिन्न तरीकों से मदद करते हैं. फाइबर के हेल्दी स्रोतों में फल, सब्जियां, गेहूं का चोकर, साबुत अनाज, जई का चोकर, बीज और फलियां शामिल हैं. प्रोसेस्ड या जंक फूड खाने से बचें.

हाइड्रेटेड रहें: भरपूर पानी पीना आपके डाइजेशन सिस्टम के लिए बेहद अच्छा है. पूरे दिन अपने आप को हाइड्रेटेड रखें. फ्रेश फ्रूट जूस, नींबू पानी और नारियल के पानी को अपनी डाइट में शामिल करें.

रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी अपनाएं: आपकी बॉडी के लिए फिजिकल एक्टिविटी बेहद जरूरी है. आप सैर, जोगिंग, स्वीमिंग, योग या साइकिलिंग कर सकते हैं. रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी आपके डाइजेशन सिस्टम को फिट रखती है, जिससे पाचन संबंधी समस्याओं की संभावना कम हो जाती है.

हेल्दी फैट: फैट आपके डाइजेशन सिस्टम को सहजता से चलाने में फायदेमंद होता है. अपनी डाइट में पनीर, जैतून का तेल, अंडे, नट्स, एवोकाडो और फैटी फिश जैसे हेल्दी फैट शामिल करें. इसके अलावा ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को भी कम करता है, जो आगे चलकर इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज जैसे रोगों को रोक सकता है. इसलिए, अपनी डाइट में सैल्मन, टूना, चिया बीज, सन बीज और कद्दू के बीज शामिल करें.

स्ट्रेस से बचें: आमतौर पर, तनाव आपकी हेल् पर नेगेटिव असर डाल सकता है. तनाव पेट के अल्सर, दस्त, कब्ज और आईबीएस जैसे कई पाचन विकारों से जुड़ा हुआ है. हालांकि स्ट्रेस होना नॉर्मल है, लेकिन कुछ ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मेडिटेशन और योग आपको तनाव से बचा सकते हैं.

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