आयुर्वेद में पीपल के औषधीय गुणों का अनेक असाध्य रोगों में उपयोग वर्णित है। पीपल के वृक्ष के नीचे मंत्र, जप और ध्यान तथा सभी प्रकार के संस्कारों को शुभ माना गया है। यहीं कारण हैं कि सदियों से ही लोग पीपल के पेड की पूजा करते हुए आ रहे हैं। धरती पर एक यहीं पेड़ ऐसा है जो सबसे अधिक ऑक्सीजन को छोड़ता है। यह पेड़ हमें 24 घंटे ऑक्सीजन देता है।
इतना ही नहीं इस पेड़ से हमें कई तरह की बीमारियों से निजात मिलती है। पीपल के पेड़ का हर हिस्सा हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। इसके सूखे पत्ते, सूखे फल, जड़ इतना ही नहीं इसके बीज भी हमारे शरीर को बहुत फायदा पहुंचाते हैं जैसे दाद, खुजली, झुर्रियां, पेट के दर्द आदि के लिए लाभदायक होता है। तो आइये जानते हैं पीपल पेड़ के फायदे।
झुर्रियां के लिए लाभदायक : चेहरे की झुर्रियों को दूर करने के लिए पीपल का पेड़ बहुत ही लाभदायक होता है। झुर्रियों के लिए पीपल के पेड की जड़ को पानी में भिगोकर अच्छे से पीस लें और फिर पेस्ट तैयार करें। अब इस पेस्ट को चेहरे पर तब तक लगाएं। जब तक यह अच्छे से सूख न जाएँ सूखने के बाद चेहरे को अच्छे से धो लें। इस पैक को नियमित रूप से लगाने पर चेहरे की बढ़ती हुई उम्र की वजह से आई हुई झुर्रियां खत्म हो जाती है।
दाद खाज और खुजली के लिए : अक्सर मौसम बदलने पर या गर्मी के अधिक मौसम में हमें दाद खाज जैसी समस्या से गुजरना पड़ता है। ऐसे में पीपल के पत्ते बहुत ही लाभकारी सिद्द होते हैं जब आप चार पीपल के पत्तों को चबाते हो तब आपको दाद खुजली से राहत मिलती है। अगर आप ऐसा न कर सके तो पीपल के पेड की छाल का काढा बना लें और इसे दाद खुजली वाली जगह पर लगाएं। आपको फर्क खुद ही नजर आएगा।
पेट दर्द को ठीक करें : कब्ज, गैस और पेट दर्द आदि की समस्या को दूर करने के लिए पीपल के ताजे पत्तों का जूस सुबह शाम पिए। जब आप इस जूस का सेवन करते हो तब आपका वात और पित्त भी ठीक हो जाता है।
दमा के लिए : जो लोग दमा से पीड़ित होते हैं उनके लिए पीपल किसी वरदान से कम नहीं हैं। पीपल के पेड़ की छाल के अंदर के हिस्से को निकाल लें और इसे सूखा लें। सूखने के बाद इसका बारीक चूर्ण बना लें फिर इस चूर्ण को दमा से पीड़ित रोगी को पानी के साथ दें। कुछ दिन नियमित रूप से लेने पर दमा से राहत मिल जाती है।
नजला जुकाम होने पर : जब भी आप नजला जुकाम जैसी समस्या से पीड़ित हो तब पीपल के पत्तों का चूर्ण गुनगुने पानी में थोड़ी से मिश्री के साथ मिलाकर पियें। इससे आपका नजला जुकाम ठीक हो जाता है। अगर किसी को कई सालों से जुकाम रहता है तो वह इसे जब सोने से पहले नियमित रूप से लेता है तब वह इससे भी छुटकारा पा लेता है।
घाव को भरे : अगर आप चोट के घाव को जल्दी भरना चाहते हैं तो पीपल की पत्तियों को गर्म करके चोट के घाव पर लगाएं। इससे आपके घाव को आराम मिलता है और आपका घाव जल्दी भरने लगता है।
एडियों को मुलायम करें : पीपल के पत्तों से निकलने वाले दूध को फटी एडियों पर लगाने से आपकी एडियाँ कोमल और सामान्य हो जाती है।
नकसीर में लाभदायक : गर्मियों के दिनों में अक्सर नकसीर फूटने लगती है। ऐसे में पीपल के पत्ते बहुत कारागार सिद्द होते हैं क्योंकि जब नकसीर निकलती है। तब पीपल के पत्तों का रस निकालकर नाक में टपकाने से नाक से लगातार बह रहा खून रुक जाता है और नकसीर जैसी समस्या से आराम मिलता है।