जीवन जीने के लिये, शरीर का स्वस्थ होना बहुत जरुरी है. स्वस्थ रहने के लिये, शरीर मे हर चीज की मात्रा या संतुलन होना, बहुत आवश्यक है. जीवन की हर एक वस्तु बहुत उपयोगी होती है. गाजर बहुत ही उपयोगी, सब्जियों मे से एक है . जो पहले के समय मे, विशेष रूप से सर्दियों के मौसम मे, मिलती है, पर बदलते समय के साथ, अब बारहमासी सब्जीयों मे से एक हो गई है . गाजर का हलवा भी बहुत लाभकारी होता है. गाजर अपने आप मे, बहुगुणी सब्जी है जो, शरीर के कई अंगो के लिये फायदेमंद साबित हुई है . इसी के साथ गाजर कई बीमारियों मे, रामबाण औषधि के रूप मे, भी साबित हुई है . गाजर का रस शरीर की ताकत व आत्मबल को बढ़ाता है। गाजर ह्रदय की धमनियों को ठीक रखती है| वह बीमारियाँ जिनमें मीठा लेना मना होता है, जैसे मधुमेह आदि को छोड़कर प्राय: प्रत्येक रोग में गाजर का इस्तमाल किया जा सकता है। फल-सब्जियों में मिलने वाले मिनरल, विटामिन्स तथा खनिज इनको कुदरती रूप में ही खाने से हमारे शरीर में आसानी से पहुँच पाते हैं। उबालकर, छीलकर या तेल में तलकर इनके काफी गुण नष्ट हो जाते है ,इसलिए कोशिश करें की फल-सब्जियों को कच्चा छिलके सहित ही खाएं | शरीर के अंगों का निर्माण खाद्य पदार्थों से प्राप्त होने वाले खनिजो और लवणों से होता है। हमारे शरीर की सफाई शरीर से निकलने वाले पसीने, मल, कफ से होती है।
गाजर खाने के फायदे एवम उपयोग
बुहुमुल्य और उपयोगी सब्जियों मे से, एक गाजर है . जिसे कई तरीके से, उपयोग कर कई बीमारियों से, बचा जा सकता है .
ब्लडप्रेशर- ब्लडप्रेशर वाले मरीज अपनी दिनचर्या मे, गाजर को जरुर शामिल करे . प्रतिदिन दो गाजर भोजन के पूर्व ले .
कोलेस्ट्राल – कोलेस्ट्राल की समस्या, एक उम्र के बाद हर किसी के शरीर मे, ख़ास कर ओवर वेट वाले व्यक्ति को होती है . जो आगे जाकर गंभीर बीमारी का रूप ले लेती है जिसके, लिये शाम के भोजन की बजाय गाजर के जूस का सेवन करना चाहिये .
कैंसर – बहुत बड़ी समस्याओं मे से एक है कैंसर . बीटा-कैरोटीन से कैंसर का खतरा कम होता है . गाजर के अन्दर ,बीटा-कैरोटीन की एक अच्छी मात्रा होती है जिसके, सेवन से कैंसर जैसी समस्या से भी, लड़ा जा सकता है .
डाईजेशन – डाईजेशन किसी बीमारी से कम नही है . डाईजेशन के असंतुलन शरीर मे, कई बीमारियों को उत्पन्न भी कर सकता है और, सही डाईजेशन शरीर की बीमारी को खत्म भी कर सकता है . सुबह खाली पेट गाजर के जूस के सेवन से, पेट और डाईजेशन जैसी समस्या खत्म होती है .
डायबिटीज – डायबिटीज आज ऐसी बीमारी है जो, हर उम्र के व्यक्ति को हो सकती है . इसके लिये जितना अधिक से अधिक, सलाद और सात्विक भोजन का सेवन होगा, उतनी डायबिटीज कंट्रोल मे रहेगी .
स्किन व आखों के लिये – गाजर मे कई विटामिन होते है जिसके, सेवन से बहुत फायदे होते है . आखों की रोशनी बढ़ाने और स्किन की चमक दोनों बरकरार रहती है .
प्रतिदिन दो से तीन गाजर का सेवन, किसी ना किसी रूप मे हर किसी को , ख़ास कर युवा वर्ग को करना ही चाहिये .
लगातार उम्र बढ़ने से शरीर कमजोर होता जाता है। इस कमजोरी की पूर्ति गाजर से हो जाती है जिसके कारण रोग अपने आप ही दूर हो जाते हैं। गाजर के रस या जूस से रक्त में बढ़ोतरी होती हैं |
गाजर का रस पीने से पाचन तन्त्र मजबूत होता है। गाजर के गूदे के बीच में सख्त लम्बी लकड़ी होती है, इसमें बीटा-कैरोटिन नामक औषधीय तत्व पाया जाता है। यह कैंसर नियंत्रण करने में उपयोगी है।
कच्ची गाजर चबाकर खाने से सबसे ज्यादा लाभ होता है। गाजर की पत्तियों में गाजर से 6 गुना अधिक आयरन होता है।
अगर कोई लम्बी बीमारी से बाहर निकला है तो उसके शरीर में कई प्रकार के विटामिन की कमी हो जाती है उसकी क्षतिपूर्ति करने में गाजर का जूस बहुत ही प्रभावकारी है। इससे रोगी चुस्त, ताजगी से भरपूर और शक्तिशाली बनता है।
गाजर कई रंग की होती है। सभी प्रकार की गाजरों के गुण समान होते हैं। काली गाजर में आयरन अधिक होने से यह सबसे अच्छी होती है। पतली और छोटी गाजर स्वादिष्ट, पौष्टिक और गुणों से भरपूर होती है।
एक ग्लास गाजर का जूस निकाल कर, प्रातः खाली पेट लेने से ,डाईजेशन से संबंधित समस्या दूर होती है, व वजन कम होता है .
भोजन के आधा घंटा पूर्व, एक गाजर का सेवन किसी भी रूप मे ,सलाद मे ले जो, कई बीमारियों के लिये फायदेमंद सिद्ध हुई है .
देखा जाये तो, गाजर के उपयोग के और भी बहुत से तरीके है परन्तु ,एक सीमित मात्रा मे और अपने चिकित्सक की सलाह पर ही, इसका सेवन कर सकते है . गाजर बच्चो को किसी ना किसी रूप मे चाहे जूस, सलाद, केक, हलवा या कोई अन्य डिश के रूप मे दे पर इसका सेवन जरुर करे .