गर्भावस्था अपने आप में एक मुश्किल घड़ी है। गर्भवती महिला गर्भावस्था के दौरान कई उतार-चढाव के दौर से गुजरते हुए खट्टे-मीठे अनुभवों को महसूस करती है।
गर्भावस्था में न सिर्फ महिला में शारीरिक बदलाव आते हैं बल्कि मानसिक बदलाव आना भी जायज है। इसीलिए महिलाओं को गर्भवती होने से पहले यानी गर्भ के पहले उन तमाम जानकारियों का पता होना चाहिए
जो गर्भावस्था के दौरान काम आने योग्य है, क्योंकि सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करना हर महिला का अधिकार है। आइए जानें,गर्भवती होने से पहले किस तरह की जानकारियां होना आवश्यक है।
हर मां एक स्वस्थ और हेल्दी बच्चे को जन्म देना चाहती है। लेकिन उसके लिए कुछ प्रयास करना भी आवश्यक होता है।
महिला को गर्भावस्था से पहले अपने आपको मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार करना जरूरी होता है व आने वाली जिम्मेदारियों को निभानेके लिए तैयार होना भी बहुत जरूरी है।
गर्भधारण से पहले महिलाओं को अपने वजन पर खासा ध्यान देना चाहिए। इतना ही नहीं महिला को अपने स्वास्थय पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।
गर्भावस्था से पहले बहुत अधिक वजन माँ और बच्चे दोनों के लिए खतरा बन सकता है। यदि मोटी महिलाएं गर्भधारण से पहले अपना कुछ वजन कम कर लें तो वे स्वस्थ रूप से गर्भधारण कर पाएंगी अन्यथा उन्हें गर्भपात का या अन्य खतरा हो सकता है।
बहुत कम उम्र यानी 20 से कम उम्र में गर्भधारण मां और होने वाले बच्चे दोनों के लिए ही खतरनाक होता है।
महिलाओं में गर्भधारण की उम्र 35 से कम होनी चाहिए। इससे भविष्य में होने वाले खतरों और गर्भपात की संभावना से बचा जा सकता है।
बच्चें की देखभाल और रखरखाव के बारे में पहले से ही सही जानकारी लेना गर्भवती महिला को स्वास्थ्य संकट से बचाता है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के लिए गर्भावस्था से संबंधित कुछ किताबों को पढ़ना अच्छा रहता है क्योंकि यह आत्मवविश्वास बढ़ाने में सहायक हैं।
डायबिटीज या हार्ट डिजीज जैसी बीमारियां आजकल आम हो गई हैं, ऐसे में जरूरी है कि आप समय-समय पर अपना रूटीन चेकअप करवाएं।
डायबिटीज होने पर शुगर को नियंत्रित रखें और अपनी डाइट में परिवर्तन करें। शुगर फ्री खाघ पदार्थों को अधिक प्राथमिकता दें।
अपना ब्लड प्रेशर नियंत्रित करें। इससे आपको गर्भावस्था के दौरान कम परेशानी होगी।
आप अपनी डाइट में फोलिड एसिड, विटामिन, प्रोटीन और कैलोरी की मात्रा को बढ़ा दें और लगातार डॉक्टर के संपर्क में रहें।
एचआईवी एड्स, एण्ड्रीयोमेट्रोयोसिस और यौन विकार संबंधी रोगों से संबंधित चेकअप गर्भधारण से पहले ही करवा लेने चाहिए। इससे होने वाले बच्चे और मां को भविष्य में किसी भीतरह के खतरे की संभावनाएं कम होती है।
गर्धारण से पहले यदि महिला किसी रोग से संक्रमित है तो उसका पूरा इलाज करवाएं और गर्भधारण से पहले डॉक्टर की सलाह लेना न भूलें। सिर्फ महिला ही नहीं बल्कि पुरूषों परभी यही बात लागू होती है।
गर्भधारण से पहले कुछ खास बातों को ध्यान में रखकर ही आप स्वस्थ रूप से गर्भधारण कर पाएंगी और हेल्दी बच्चे को जन्म देने में सफल होंगी।