वातावरण में मच्छरों की अनेक प्रजातियाँ पाई जाती हैं जो अधिकतर नमी और गरम क्षेत्रों में जन्म लेती हैं और इसी कारण से भारत में सबसे अधिक मच्छर पाये जाते हैं। वैसे तो पूरे वर्ष मच्छरों का प्रकोप रहता है लेकिन बरसात के मौसम में मच्छरों का हमला किसी आतंक से कम नहीं माना जा सकता है। बारिश की पहली बौछार के साथ ही अधिकतर भारतवासी मच्छरों से बचाव का उपाय भी करना शुरू कर देते हैं।
मच्छर से बचने के उपाय करना जरुरी होता है अन्यथा डेंगू , मलेरिआ , चिकनगुनिया , पीत ज्वर तथा अन्य कई बीमारियाँ होने का डर रहता है। मच्छर के काटने से जलन, खुजली और दर्द के कारण अच्छी नींद सोना मुश्किल हो जाता है।
अगर आपको स्वयं को मच्छरों के प्रकोप से बचाने का उपाय करना हो तो आप सरलता से किसी भी कैमिस्ट से मच्छर मारने वाली शीशी ला सकतीं हैं, लेकिन क्या आप जानतीं हैं की उसमें हानिकारक तत्वों का समावेश होता है। नवीनतम शोध के अनुसार इस तरल पदार्थ के निर्माण में एक हानिकारक पदार्थ डीट का प्रयोग होता है जो कीटनाशक है और जिसका व्यक्ति और पर्यावरण पर भयावह प्रभाव होता है। इसी कारण पर्यावरणविद इन शीशियों के उपयोग के लिए मना करते हैं। इसके अलावा इन शीशियों का प्रभाव केवल कुछ सीमित समय के लिए ही होता है उसके बाद यह निष्प्रभावी हो जातीं हैं।
इसलिए मच्छरों से बचाव के लिए घेरलू उपाय ही सर्वश्रेष्ठ होते हैं जो आपसे दूर रहकर कार्य करें और आप बिना किसी दुष्प्रभाव के मच्छरों के प्रकोप से बचे रहें।
नीम का तेल और कपूर :
नीम का तेल बहुत उपयोगी होता है। इसे पेड़ पौधे पर छिड़क कर कीड़े लगने से बचाया जा सकता है। नीम के तेल में एंटी वायरल , एंटी बैक्टीरियल तथा एंटी फंगल गुण होते है। इसकी गंध से मच्छर दूर रहते हैं। इसे स्किन पर लगाकर मच्छर के काटने से बचा जा सकता है।
नीम के तेल और कपूर का मिश्रण मच्छर दूर रखने के लिए एक सस्ता और प्रभावी उपाय हो सकता है ।
इसे काम लेने का तरीका इस प्रकार है –
मच्छर भगाने वाली मशीन की रिफिल ( जिसमे बोतल के बीच काली बत्ती लगी होती है ) खाली हो जाने पर उसे फेंक दिया जाता है और नई रिफिल लगा दी जाती है। खाली रिफिल फेंके नहीं। उसे खोल कर उसमें नीम का तेल भर लें , इसमें थोड़ा कपूर मिला दें।
यह सावधानी से करें और बच्चों के सामने ना करें। अब इस भरी हुई रिफिल को मशीन में पहले की तरह लगा कर स्विच ऑन कर दें। मच्छर रात भर दूर रहेंगे। यह बाजार में मिलने वाली रिफिल से बहुत सस्ता और प्रभावी तरीका है।
पानी – घर में या घर के आस पास पानी जमा होता हो तो मच्छर को अपना परिवार बढ़ाने के लिए उपयुक्त स्थान मिल जाता है। अतः देखें कहीं पानी जमा हो तो उसे तुरंत खाली करें। कूलर का पानी सप्ताह में एक बार अवश्य बदल दें ।
घर के आस पास , आँगन में , बालकोनी में या छत पर टायर , बर्तन , खाली गमले , बोतल जैसे चीजें हों जिसमे पानी इकठ्ठा होने की सम्भावना हो तो ये सामान वहाँ से हटा दें।
यदि पानी हटा ना सकें तो सप्ताह में दो बार वहाँ मिटटी का तेल डाल दें। छोटा मोटा तलाव आदि हो तो उसमे मच्छर के लार्वा खाने वाली मछली लाकर छोड़ दें। ये मच्छरों का पनपना रोकने में बहुत कारगर साबित होती हैं।
पुदीना – पुदीना की खुशबु जितनी ज्यादा हमें अच्छी लगती है मच्छर उससे उतनी ही ज्यादा घृणा करते हैं। पुदीना गमले में लगा कर खिड़की या दरवाजे के पास रखने से वहाँ से मच्छर अंदर नहीं आते हैं। इसके अलावा पुदीने का तेल (Mint Oil ) का स्प्रे रूम में करने से मच्छर दूर रहते हैं। शरीर के खुले अंगों पर यह तेल लगाने से मच्छर काटने से मुक्ति मिलती है।
सरसों का तेल – सरसों का तेल आम तौर पर घर में होता ही है। खाना बनाने या मालिश करने में इसका उपयोग होता है। यह त्वचा का रंग भी सुधरता है। इसकी गंध से मच्छर दूर रहते हैं। इसे खुले अंगों पर लगाने से मच्छर नहीं काटते।
तुलसी – तुलसी से मच्छर दूर ही रहते हैं। पानी में मच्छर के लार्वा तैरते नजर आएं तो तुलसी की पत्तियाँ डाल देने से लार्वा नष्ट हो जाते हैं। तुलसी का पौधा दरवाजे या खिड़की के आस पास हो तो वहां से मच्छर नहीं आयेंगे। तुलसी के उपयोग और फायदे जानने के लिए यहाँ क्लिक करें।
लेवेंडर ऑइल – लेबवंडर की खुशबु वाले कई रूम फ्रेशनर बाजार में उपलब्ध हैं। इनका स्प्रे खुशबु के साथ मच्छर को दूर रखने के लिए भी किया जा सकता है। मच्छर इसकी तेज गंध सहन नहीं कर पाते और वहाँ से दफा हो जाते हैं।
नींबू और लौंग – यह बिलकुल पोमन्दर बनाने जैसा है। सामान्य रूप से मच्छरों को खट्टे फल विशेष रूप से नींबू बिलकुल पसंद नहीं आते हैं। इसलिए इस विधि के अंतर्गत आप कागदी नींबू को दो टुकड़ों में काट लें और इसके गूदे में आप जितनी संभव हो सकें लौंग लगा लें। अब सभी नींबू को आप एक प्लेट में इस प्रकार रखें की लौंग वाली साइड ऊपर की ओर हो जाये। इसके बाद आप देखेंगी की सभी मच्छर इन नींबू और लौंग की खुशबू के कारण बहुत दूर चले जाएँगे और आप निश्चिंत होकर स्वच्छ और खुशुबदार वातावरण का आनंद ले सकतीं हैं।
कपूर – किसी कमरे में मच्छर ज्यादा परेशान कर रहे हों तो कमरे की खिड़की दरवाजे बंद करके अंदर कपूर जला दें। कमरा बंद कर दें। आधा घंटे बाद कमरे में जायें। एक भी मच्छर नहीं मिलेगा।
लहसुन – लहसुन की गंध मच्छर को बिलकुल पसंद नहीं होती। लहसुन की आठ दस कलियाँ छीलकर दोंच लें। इन्हे एक गिलास पानी में डाल कर उबाल लें। ठंडा होने पर छानकर यह पानी स्प्रे बोतल में भर कर कमरे में स्प्रे कर दें।
इससे मच्छर मर जाते हैं और दूसरे मच्छर कमरे में नहीं आते। इस पानी को शरीर के खुले अंगों पर जहाँ मच्छर काटते हैं वहाँ लगाने से मच्छर नहीं खाते। यदि आप रोजाना लहसुन खाते हैं तो भी आपको मच्छर नहीं काटेंगे।