पिस्ता मेवों में एक अलग ही स्थान रखता है। आजकल त्योहारों आदि के अवसर पर घर पर आये मेहमान का मिठाई की जगह मेवों से स्वागत किया जाता है जिसमे नमकीन पिस्ता अवश्य होता है।
इसका स्वाद सभी को बहुत पसंद आता है। मिठाई आदि को सजाने के लिए पिस्ता कतरन का उपयोग किया जाता है।
चटख हरे रंग का आकर्षण पिस्ता, फाइबर, प्रोटीन, विटामिन सी, जिंक, कॉपर, पोटैशियम, आयरन, कैल्शियम और कई तरह पोषक तत्वों से भरपूर है। न केवल आपको सेहतमंद बनाए रखता है बल्कि कई बीमारियों को आपसे दूर रखता है।
पिस्ता पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें मोनो तथा पोली अनसेचुरेटेड फैट होते है। पिस्ता में अन्य मेवों की तुलना में फैट कम मात्रा में होता है लेकिन पोटेशियम , विटामिन K , विटामिन B6 विटामिन E तथा कुछ फीटो केमिकल्स आदि अधिक मात्रा में होते है। पिस्ता में काजू , अखरोट , बादाम आदि मेवों से कम केलोरी होती है।
यह प्रोटीन , खनिज और फाइबर से भरपूर होता है। मेवों में सबसे अधिक प्रोटीन की मात्रा इसी में होती है।केल्शियम, रिबोफ्लेविन , फोलेट , आयरन , मैग्नेशियम , मेगनीज ,फास्फोरस , जिंक आदि यह अच्छा स्रोत है। नियमित 8 -10 पिस्ते खाने से इसके सारे लाभ लिए जा सकते है।
पिस्ता खाने के फायदे
ह्रदय के लिए : पिस्ता ओलेइक मोनो अनसेचुरेटेड फैटी एसिड तथा एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा स्रोत होता है। इसके नियमित उपयोग से रक्त में पिस्ता नामक नुकसान देह कोलेस्ट्रॉल कम होता है और लाभदायक HDL नामक कोलेस्ट्राल में वृद्धि होती है। इसलिए ह्रदय के लिए पिस्ता बहुत फायदेमंद होता है।
वजन कम करने के लिए : पिस्ता वजन कम करने में सहायक होता है। यह कम केलोरी , अधिक प्रोटीन , तथा अधिक अनसेचुरेटेड फैट के कारण वजन नियंत्रण में रखने के लिए बेहतर विकल्प साबित होता है। अन्य मेवों की अपेक्षा इसमें बहुत कम केलोरी होती है।
त्वचा के लिए : पिस्ते के नियमित उपयोग से त्वचा का रूखापन दूर होता है। विटामिन E की भरपूर मात्रा के कारण पिस्ते का तेल भी त्वचा के लिए बहुत अच्छा होता है। यह एक शानदार प्राकृतिक मोइश्चराइज़र है। इसे तेल को त्वचा पर लगाने से त्वचा मुलायम और चमकदार बनती है।
पाचन तंत्र के लिए : पिश्ते में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होने के कारण यह आंतो की सफाई करके पाचन में मदद करता है। इसमें कॉपर की भरपूर मात्रा होती है। कॉपर मेटाबोलिज्म और लाल रक्त कण बनने के लिए जरुरी होता है। इस तरह यह शरीर की ताकत बनाये रखने में मदद करता है।
यौन सम्बन्ध के लिए : पिस्ता पुरुष को यौन संबंध के लिए भरपूर ताकत देता है। दो तीन सप्ताह तक लगातार पिस्ता खाने से लिंग में रक्त का प्रवाह बढ़ता है तथा लिंग में कठोरता आती है। यह लिंग के अल्ट्रा साउंड परिक्षण से भी साबित हो चुका है।
पुरुषों के यौन स्वास्थ्य की रक्षा के लिए पिस्ता का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। अध्ययनों से पता चलता हे कि पिस्ता, पुरुषों के यौन स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव ड़ालता है। यह पुरुषों में होने वाले स्तंभन दोष को 50% तक कम करने में मदद करता है। इसका सेवन करने से सीरम लिपिड के स्तर में वृद्धि होती है। इसमें उपस्थित एमीनो एसिड आर्जिनिन में समृध होते है जो कि पुरुषों के स्तंभन दोष के निवारण में मदद करते है। आर्जिनिन शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड को बढ़ावा देता है जो रक्त वाहिकाओं को आराम देता है जिससे धमनीयों में लचीला पन आता है और वे हमारे शरीर के लिए अच्छे से काम कर पातीं है। शादीशुदा लोगों को सर्दी के मौसम में पिस्ता वाले दूध का सेवन अवश्य करना चाहिए। इससे यौन शक्ति बढ़ती है तथा संतुष्टि मिलती है।
डायबिटीज के लिए : डायबिटीज में पिस्ता से लाभ मिलता है। डायबिटीज के कारण भोजन में मौजूद प्रोटीन शरीर को प्राप्त नहीं हो पाते है। पिस्ता खाने से यह समस्या दूर हो सकती है। चिकित्सक से सलाह करके पिस्ते का सेवन किया जा सकता है।
खून की कमी के लिए : पिश्ते में कॉपर होने के कारण यह भोजन में मौजूद आयरन के अवशोषण में मदद करता है। इससे खून की कमी यानि एनीमिया नामक रोग के समय फायदा मिलता है। इसका विटामिन B 6 रक्त में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाने में मददगार होता है। इसके कारण हीमोग्लोबिन बढ़ सकता है।
मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखे : पिस्ता सेहत को ठीक रखने के साथ ही मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखने का काम करता है। पिस्ता में पाये जाने वाला विटामिन B6 ब्लड में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में सहायक होता है। ब्लड में ऑक्सीजन का सही तरीके से परिवहन होने से यह दिमाग को अधिक सक्रिय बनाता है और मस्तिष्क को भी स्वस्थ रखता है। यदि आपका दिमाग कमजोर है या आप अधिक सक्रिय होकर काम नहीं कर पाते हैं तो आपको अभी से पिस्ता खाना शुरू कर देना चाहिए।
प्रतिरक्षा शक्ति बढ़ाये : एक स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए विटामिन बी 6 का पर्याप्त सेवन करना आवश्यक होता है जो कि हम पिस्ता का सेवन कर प्राप्त कर सकते है। विटामिन बी 6 की कमी से मस्तिष्क गतिविधि को नकारात्मक रूप से प्रभावित किया जा सकता है और संक्रमण से लड़ने के लिए प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है। इसलिए पिस्ता निश्चित रूप से हमारी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने में हमारी मदद कर सकता है। पिस्ता में पाए गए विटामिन बी 6 शरीर में स्वस्थ लाल रक्त कोशिकाओं को बनाने में भी मदद करते है।
अधिक उम्र की परेशानीके लिए : पिश्ते में मौजूद विशेष प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट उम्र बढ़ने के साथ होने वाली मेक्युलर डिज़ीज ( AMD ) के खतरे से बचाते है। इस बीमारी के कारण आँखें कमजोर हो सकती है जिससे पढ़ने लिखने में दिक्कत आने लगती है। यह बीमारी याददाश्त पर भी असर डाल सकती है। पिस्ता का नियमित सेवन करके इस प्रकार की तकलीफ से बचा जा सकता है।