जिनके चेहरे की त्वचा तैलीय होती है, उन्हें कई समस्याओं से जूझना पड़ता है। ऐसे लोगों के चेहरे पर हल्का ऑयल हर समय बना रहता है और चेहरा चिपचिपा लगता है। तैलीय त्वचा के कारण कील-मुंहासे तक उभर आते हैं, जो चेहरे की सुंदरता को बिगाड़ देते हैं। बेशक, मार्केट में तैलीय त्वचा से निपटने के लिए विभिन्न तरह की क्रीम मौजूद हैं, लेकिन इनका लंबे समय तक इस्तेमाल फ़ायदेमंद नहीं हैं। इसलिए, आज इस लेख में हम आपके साथ तैलीय त्चचा के घरेलू उपाय साझा कर रहे हैं, जिनके प्रयोग से आपके चेहरा सुंदर, आकर्षक व कोमल हो जाएगा।
यहां हम तैलीय त्वचा के घरेलू उपाय के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें बनाना ना सिर्फ बेहद आसान है, बल्कि इनका कोई हानिकारक प्रभाव भी नहीं है।
गुलाब जल : गुलाब जल को प्राकृतिक और स्वास्थ्य के अच्छा माना गया है। यह त्वचा में ऑयल को नियंत्रित कर नमी प्रदान करता है। एक अध्ययन के अनुसार, गुलाब जल में भरपूर मात्रा में एंटीमाइक्रोबायल, एंटीऑक्सीडेंट, मिनरल व विटामिन होते हैं। ये सभी गुण तैलीय त्वचा की देखभाल करने के लिए पर्याप्त हैं.
मुल्तानी मिट्टी : तैलीय त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें भरपूर मात्रा में खनिज पाया जाता है, जो तैलीय त्वचा पर चमत्कारी तरीके से काम करता है। मुल्तानी मिट्टी का फेस पैक स्किन में से तेल को सोखकर, प्राकृतिक ख़ूबसूरती देता है। इसके अलावा, यह कील-मुंहासों को खत्म कर दाग-धब्बों को हल्का कर देता है।
मसूर की दाल : माना जाता है कि मसूर की दाल में भरपूर मात्रा में खनिज व विटामिन होते हैं।यह ना सिर्फ खाने में फायदेमंद है, बल्कि त्वचा के लिए भी लाभकारी है।इसका फेस पैक तैलीय त्वचा पर असरकारक है।
नीम : आयुर्वेदिक औषधी में नीम का अत्याधिक महत्व माना गया है।नीम के पत्तों व उसके रस से बनीं आयुर्वेदिक औषधियां स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद हैं।साथ ही शरीर की सुंदरता को बढ़ाने में भी नीम का प्रयोग किया जाता है।इसके गुणकारी होने के कारण ही यूनानी पद्धति में भी इसकेप्रयोगका वर्णन किया गया है।
संतरे का छिलका : यह तो सभी जानते हैं कि संतरा विटामिन-सी का सबसे अच्छा स्रोत है, लेकिन संतरा त्वचा में एंटीऑक्सीडेंट्स का संचार करने में मदद करता है । संतरे के छिलके से बने फेस पैक न सिर्फ त्वचा से अतरिक्त तेल को निकाल बाहर करते हैं, बल्कि दाग-धब्बों को भी मिटाने का काम करते हैं।
खीरा : खीरा न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए अच्छा है, बल्कि तैलीय त्वचा के लिए काफी फ़ायदेमंद है। खीरे में विटामिन-के, सी, पोटेशियम व फोलिक एसिड जैसे पौष्टिक गुण पाए जाते हैं। इसके अलावा, इसमें सिलिकॉन नामक खास तरह का तत्व मौजूद होता है, जो स्किन को निखारने में मदद करता है । खीरे के रस को त्वचा के लिए बेहतरीन टॉनिक माना गया है, जिसे चेहरे पर लगाने से ताजगी का अहसास होता है।
शहद : ऑयली स्किन के लिए शहद को लाभकारी माना गया है। इसमें विटामिन, एंटीऑक्सीडेंट, एंटीमाइक्रोबाइल व मिनरल जैसे तत्व मौजूद होते हैं , जो स्किन से ऑयल को बाहर निकालकर, उसे जवां और ख़ूबसूरत बनाते हैं।
एलोवेरा : एलोवेरा सबसे कारक प्राकृतिक उत्पाद है। इस औषधी युक्त छोटे-से पौधे का कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। एक तरफ, यह पेट के लिए काफ़ी उपयोग है, तो वहीं सुंदर व निखरी त्वचा के लिए भी इसे प्रयोग में लाया जाता है। यह तैलीय, रूखी व मिश्रित हर तरह की त्वचा के लिए फ़ायदेमंद है।